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उत्तर प्रदेश (UTTAR PRADESH)

 

उत्तर प्रदेश (UTTAR PRADESH)

 

उत्तर प्रदेश : सुनने में लगता है जैसे की उत्तर का प्रदेश , लोग सोचते होंगे की उत्तर प्रदेश नाम कैसे पड़ा होगा, ये तो मुझे भी नहीं पता पर शायद उत्तर में होने के वजह से इसका नाम उत्तर प्रदेश रखा गया होगा। पहले ब्रिटिश काल में दो प्रान्त थे, अवध और आगरा बाद में इसे एक कर लिया गया और और संयुक्त प्रान्त के नाम से जानने लगे, बाद में आजादी के बाद संविधान बनाने के बाद इसका नाम  उत्तर प्रदेश रखा गया

वैसे तो उत्तर प्रदेश का प्राचीन भारत के इतिहास का बहुत गहरा नाता है, भारत के गौरवान्वित करने वाले इतिहास का साक्षी रहा है, उत्तर प्रदेश ऋषियों मुनियो का प्रदेश कहा जाता रहा है, यहाँ  कई ऋषि मुनि हुए जैसे, भारद्धाज , गौतम , वशिष्ट , विश्वामित्र , बाल्मीकि ये सब इसी उत्तर प्रदेश पर ही अपना तप किया।


भारत जिस राम के लिए जाना जाता है वो इसी उत्तर प्रदेश के ही थे, रामायण उन्ही की कथा है, जो यही लिखी गयी। श्री कृष्ण जी का जन्म भी यही उत्तर प्रदेश में हुआ था मथुरा वृंदा वन उन्ही के नाम से प्रसिद्ध है |

अगर उत्तर प्रदेश के क्षेत्रफल की बात करे तो ये 240928 वर्ग किलोमीटर में फैला है, कुल जनसँख्या 199581477 है, इसकी राजधानी  लखनऊ है , जो नवाबो के शहर के नाम से भी जाना जाता है उत्तर प्रदेश की राज्य भाषा  हिंदी है।

उत्तराखंड पहले उत्तर प्रदेश का ही हिस्सा था, नवंबर 2000 में उत्तर प्रदेश से पहाड़ी क्षेत्र का एक अलग राज्य बनाया गया उत्तराखंड। उत्तर प्रदेश में वैसे तो अनेक नदिया है, पर मुख्य नदियाँ है गंगा और यमुना, इसके अलावा , राप्ती , घाघरा जैसे नदियाँ भी है, उत्तर प्रदेश मुख्यता अपने धार्मिक पहचान है, हिन्दू धर्म के अनेक धर्म स्थल है जो विश्व में प्रसिद्ध है, जैसे मथुरा वृंदा वन , अयोध्या , प्रयागराज ,वाराणसी आदि है, सारनाथ  शहर जहा गौतम बुद्ध को ज्ञान की प्राप्ति हुई थी , और कुशीनगर जहाँ समाधि ली थी , इसलिए ये शहर बौद्ध धर्म के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है ,

उत्तर प्रदेश में बोली जाने वाली मुख्य भाषाएँ : अवधि ,बुंदेली , ब्रजभाषा , कन्नौजी , बघेली ,खड़ी बोली , ब्रज |

 

उत्तर प्रदेश बहुत बड़ा प्रदेश है, इसलिए प्रशासनिक कर को सुचारु रूप से चलाने के लिए 75 जिलों को 18 विभाग में बांटा गया है। उनके नाम है : 1 आगरा विभाग , 2 अलीगढ विभाग , 3 प्रयागराज विभाग , 4 आजमगढ़ विभाग , 5  बरेली विभाग , 6  बस्ती विभाग , 7 चित्रकूट विभाग , 8 देवीपाटन विभाग , 9  अयोध्या विभाग , 10  गोरखपुर विभाग , 11 झाँसी विभाग , 12  कानपुर विभाग , 13  लखनऊविभाग , 14  मेरठ विभाग , 15  मिर्जापुरविभाग , 16 मुरादाबादविभाग , 17  सहारनपुरविभाग , 18 वाराणसी विभाग।

 

जिलों के नाम : 

·        आगरा विभाग       ( आगरा, फिरोजाबाद , मैनपुरी, मथुरा )

·        अलीगढ विभाग     ( अलीगढ , एटा , हाथरस , कासगंज )

·        प्रयागराज  विभाग   (प्रयागराज , फतेहपुर ,कौशाम्बी , प्रतापगढ़ )

·        आजमगढ़  विभाग   (आजमगढ़ , बलिया , मऊ  )

·        बरेली  विभाग        (बदायूं , बरेली, पीलीभीत , शाहजहांपुर  )

·        बस्ती विभाग          ( बस्ती , संत कबीर नगर , सिद्धार्थनगर )

·        चित्रकूट विभाग     (बाँदा , चित्रकूट , हमीरपुर , महोबा  )

·        देवीपाटन विभाग   ( बहराइच , बलरामपुर , गोंडा , श्रावस्ती )

·        अयोध्या विभाग     (आंबेडकर नगर , अमेठी , बाराबंकी , अयोध्या ,सुल्तानपुर  )

·        गोरखपुर विभाग    (देवरिया , गोरखपुर , कुशीनगर , महराजगंज )                           

·        झाँसी विभाग         (जालौन , झांसी , ललितपुर  )

·        कानपुर  विभाग     (औरैया , इटावा , फर्रुखाबाद , कन्नौज , कानपुर देहात , कानपुर नगर  )

·        लखनऊविभाग     (हरदोई , लखीमपुरखेरी , लखनऊ. , रायबरेली. , सीतापुर. , उन्नाव.  )

·        मेरठ विभाग         (बागपत , बुलंदशहर , गौतम बुद्ध नगर, गाजियाबाद ,हापुड़. , मेरठ  )

·        मिर्जापुरविभाग     (मिर्जापुर. , संत रविदाश नगर , सोनभद्र  )

·        मुरादाबादविभाग   (अमरोहा , बिजनौर , मुरादाबाद. , रामपुर. , संभल.  )

·        सहारनपुरविभाग    (मुजफ्फरनगर , शामली , सहारनपुर  )

·        वाराणसी विभाग     (चंदौली , गाजीपुर , जौनपुर , वाराणसी  )

 

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री : 1 गोविन्द बल्लभ पंत , 2 सम्पूर्णानन्द , 3 चन्द्रभानु गुप्ता , 4 सुचेता कृपलानी , 5 चन्द्रभानु गुप्ता , 6 चरण सिंह , 7 चन्द्रभानु गुप्ता , 8 चरण सिंह , 9 त्रिभुवन नारायण सिंह , 10  कमलापति त्रिपाठी , 11 हेमवती नंदन बहुगुणा , 12 नारायण दत्त तिवारी , 13 राम नरेश यादव , 14 बनारसी दास , 15 विश्वनाथ प्रताप सिंह , 16  श्रीपति मिश्रा , 17 नारायण दत्त तिवारी , 18 वीर बहादुर सिंह , 19 नारायण दत्त तिवारी , 20  मुलायम सिंह यादव , 21 कल्याण सिंह , 22 मुलायम सिंह यादव , 23 मायावती , 24 मायावती , 25 कल्याण सिंह , 26 रामप्रकाश गुप्ता , 27 राजनाथ सिंह , 28  मायावती , 29  मुलायम सिंह यादव , 30 मायावती , 31 अखिलेश यादव, 32  योगी आदित्यनाथ ।

इतने सरे मुख्यमंत्री इसलिए हुए क्यों की प्रदेश में बहुत बार राष्ट्रपति शासन लगा।

कुल 9 बार राष्ट्रपति शासन लगा।


उत्तर प्रदेश के राजकीय चिन्ह : उत्तर प्रदेश का राजकीय चिन्ह , एक गोला उसके अंदर ऊपर धनुष बाण, बीच में दो नदी और नीछे बाएं एक मछली , और एक दाएं मछली। 1938 ई० में स्वीकृत किया गया था वही चलता आ रहा है।

 

उत्तर प्रदेश के राजकीय पशु :                 बारहसिंघा

उत्तर प्रदेश के राजकीय मछली  :            मोय , चीतल

उत्तर प्रदेश के राजकीय पक्षी :                सारस

उत्तर प्रदेश के राजकीय वृक्ष :                अशोक

उत्तर प्रदेश के राजकीय फूल :               पलाश , टेसू

उत्तर प्रदेश का राजकीय नृत्य :               कत्थक

 

लखनऊ : नवाबो के शहर के नाम से जाने जाना वाला शहर लखनऊ ! इसके बारे में तो आप लोगो ने खूब सुना होंगे, उत्तर प्रदेश की राजधानी भी है, इस वजह से पुरे देश में लखनऊ को जानने वाले है, इसे पूर्व की गोल्डन सिटी भी कहते है, लखनऊ के नाम के बारे  में कहा जाता है की यहाँ पर भगवान राम के भाई लक्षमण का जन्म हुआ था , जिसके नाम पर लखनपुर से धीरे धीरे लखनऊ होगया। पर इसपर लोगो की अलग अलग राय है। लखनऊ मुगलो के बारे में ज्यादा फेमस है, यहाँ पर हर चीज़ पर मुगलो की छाप  दिखती है, यहाँ के खाने पर, पहनावे पर, सभ्यता में भी। हैदराबाद की बिरयानी की तरह यहाँ की बिरयानी भी बहुत फेमस है, नॉन वेज खाना यहाँ कुछ ज्यादा ही फेमस है,


 

लखनऊ के  प्रसिद्ध जगह : अमीनाबाद , फिरंगी महल , काउन्सिल हाउस , गौतम बुद्ध पार्क , सिकंदर बाग़ , हाथी पार्क , नवाबगंज पक्षी अभ्यारण , चन्द्रिका देवी मंदिर , अलीशाह जूलॉजिकल गार्डन ,क्लॉक टावर ,दिलकुशा कोठी।

प्रसिद्ध व्यंजन : गिलोटि कबाब, बोटी कबाब , टुंडे कबाब ,लखनवी बिरयानी , लखनवी पान , मख्खन मलाई ,लस्सी , मलाई गिलोरी ,कटोरी चाट , काजू करी , शाही टुकड़ा।

 

आगरा : यमुना के तट पर स्थित यह शहर दिल्ली से 200 KM की दुरी पर है, इसका इतिहास बहुत पुराना है, कहा जाता है की महमूद गजनवी के सामने राजा जयपाल ने आत्मसमर्पण किया था, जिसके बाद यह मुगलो के अधीन हो गया इसलिए ,आज भी मुगलो से जुडी हुई ईमारत प्रमुख  पर्यटक स्थल है। आगरा को पहले अग्रवन कहते थे ये महाभारत काल की बात है।

कुछ समय थक यह मुग़ल साम्राज्य का राजधानी भी रहा , बाद में मराठो ने आगरा जीता इसके बाद ब्रिटिश राज का कब्ज़ा हुआ।


इसके आलावा आगरा के पेठे बहुत फेमस है, जो विश्व प्रशिद्ध है, आगरा को पेठे की नगरी भी कहते है। यह उत्तर प्रदेश के सबसे फेमस शहर में से एक है।  आगरा को पर्यटक स्थल के रूप में लोग ज्यादा जानते है, आगरा ताज महल के लिए ज्यादा जाना जाता है, इसके साथ बहुत सारे ऐसे स्थल है आगरा में जो आपका मन मोह लेंगे।

 

आगरा के प्रसिद्ध स्थल :  ताजमहल ,आगरा का लाल किला , फतेहपुर सिकरी ,अकबर का मकबरा ,अंगूर बाग़ ,रामबाग , पंच महल ,  गुरुद्वारा गुर का ताल , वाइल्ड सॉस सेंचुरी ,

आगरा के प्रसिद्ध व्यंजन : भल्ला , दालमोठ नमकीन , पेठा , मटर कचोरी ,केसरी जलेबी , पराठा।

 

कानपुर : ये उत्तर प्रदेश के प्रमुख शहरों में से एक है, यह एक औधोगिक शहर है, ऐसा माना जाता है  की कानपुर का प्राचीन नाम कान्हपुर था, और बोलचाल में धीरे धीरे यह कानपुर हो गया, यह शहर अपने मेल मिलाप के लिए जाना जाता है, यहाँ के लोग मस्त रहते है, और मजाकिया होते है, लोगो का यही अंदाज पुरे देश में फेमस है, यह शहर गंगा नदी के किनारे है जिससे ये औधोगिक शहर बना।  बहुत बड़ी मात्रा में यहाँ से चमड़े  और केमिकल के उधोग है, जो पुरे देश में प्रसिद्ध है।  क्रिकेट स्टेडियम , फैक्ट्रिया, IIT होने से इसका नाम धीरे धीरे फेमस हो गया, कानपुर को मैनचेस्टर ऑफ़ THE ईस्ट कहा जाता था


 

कानपुर के प्रसिद्ध स्थल : बिठूर का किला , नानाराव पार्क , कांच का मंदिर , गंगाबैराग , कानपुरसंग्राहलय , कानपुर मेमोरियल चर्च , JK  टेम्पल , मोती झील ,

कानपुर के प्रसिद्ध व्यंजन : इमरती , चोखा भाटी , जलेबी , बिरयानी , पान ,लड्डू  ,टिक्की , मलाई दूध , मलाई लस्सी , छोले टिक्की ।

 

प्रयागराज : प्रयागराज का पहले नाम था इलाहाबाद ,इससे पहले इसका नाम प्रयागराज ही था पर मुस्लिम शासक ने इसका नाम इलाहबाद कर दिया था, पर अब फिर से प्रयागराज कर दिया गया है, इस शहर का हिन्दू धर्म से खास नाता है, इसलिए यह एक तीर्थ स्थल के रूप में भी देखा जाता है, इसे तीर्थ राज के नाम से भी जाना जाता है, यहाँ तीन नदियों का संगम होता है, गंगा यमुना और सरस्वती , इसलिए इसे त्रिवेणी संगम भी कहते है, यहाँ हर 12 साल में कुंभ मेला लगता है, इसलिए यह बहुत ही धार्मिक शहर है ऐसा लगता है, ऐसा माना जाता है की भगवन ब्रम्ह ने सबसे पहले यही यज्ञ किया था , इसलिए भी इसका नाम प्रयाग पड़ा।

 


प्रयागराज के प्रशिद्ध स्थल : त्रिवेणी संगम , इलाहबादकिला , कंपनी पार्क, म्यूजियम इलाहबाद , खुसरो बाग़ , कुम्भ मेला (12  साल में एक बार ), आनंदभवन ,प्रयागराज तारा मंडल ,अशोक स्तम्भ , प्रयागराज पब्लिक लाइब्रेरी।

प्रयागराज के प्रशिद्ध व्यंजन : कचोरी सब्जी , गोलगप्पे , समोसा, जलेबी , दही वडा ,छोले भठूरे , पान ,पकोरा , कुल्फी , खुरमा , बर्फी , तंदूरी चाय ।

              

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